Compliance के बोझ को कम करने के लिए सबको अपनी पहल पर करना होगा फोकस: पीयूष गोयल
Government compliance news: गोयल ने कहा कि टेक्नोलॉजी की अनंत संभावनाएं हैं. इसे जीवन को आसान और व्यवसाय में सुविधा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन देना चाहिए. हमें अनुपालन सिस्टम को और जटिल नहीं करना चाहिए.
आधार, पैन, टैन इत्यादि जैसे वर्तमान में मौजूद कई पहचान संख्याओं को मिलाकर एक एकल पहचान संख्या बनाने का आह्वान. (
आधार, पैन, टैन इत्यादि जैसे वर्तमान में मौजूद कई पहचान संख्याओं को मिलाकर एक एकल पहचान संख्या बनाने का आह्वान. (
Government compliance news: देश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की राह में अनुपालन (Compliance) का बोझ लगातार परेशानी खड़ी कर रहा है. वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री, पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने बुधवार को कहा कि हम सबको मिलकर इस पर काम करना होगा. उन्होंने राजनीतिक नेतृत्व, नौकरशाही और उद्योग जगत के नेतृत्व से आग्रह किया है कि सभी लोग अपनी तरफ से की गई पहल पर फोकस करें.
25,000 से ज्यादा अनुपालन कम किए
खबर के मुताबिक, गोयल नई दिल्ली में 'अनुपालन बोझ को कम करने के लिए सुधारों के अगले चरण पर नेशनल वर्कशॉप के आखिरी सेशन को संबोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि अनुपालन बोझ को कम करने और ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए केंद्र की तरफ से लागू किए गए पिछले प्रैक्टिस में 25,000 से ज्यादा अनुपालन कम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि लीगल मेट्रोलॉजी को अपराध से मुक्त करने की तत्काल आवश्यकता है.
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टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर
गोयल ने कहा कि टेक्नोलॉजी की अनंत संभावनाएं हैं. इसे जीवन को आसान और व्यवसाय में सुविधा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन देना चाहिए. हमें अनुपालन सिस्टम को और जटिल नहीं करना चाहिए. गोयल ने कहा कि भारत के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान स्वदेशी तरीके से करने पर काम करना चाहिए. मंत्री ने पॉलिसी मेकर्स से सेवाओं के वितरण की योजना बनाते समय इनकम, साक्षरता स्तर और बुनियादी ढांचे में अंतराल, विशेष रूप से कनेक्टिविटी में व्यापक असमानता पर विचार करने के लिए कहा. उनका कहना था कि निगरानी तंत्र को और ज्यादा मजबूत बनाने की जरूरत है.
जमीनी हकीकत को हमेशा ध्यान में रखा जाना चाहिए
पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि अनुपालन जरूरतों (government compliance news) को डिजाइन करते समय सभी हितधारकों, खासतौर से यूजर्स के फीडबैक को ध्यान में रखा जाना चाहिए. जमीनी हकीकत को हमेशा ध्यान में रखा जाना चाहिए. उन्होंने डिजी लॉकर और नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम जैसी विभिन्न सेवाओं को कोर्डिनेट करने की जरूरत पर बल दिया.
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उन्होंने व्यवसायों और व्यक्तियों के लिए आधार, पैन, टैन इत्यादि जैसे वर्तमान में मौजूद कई पहचान संख्याओं को मिलाकर एक एकल पहचान संख्या बनाने का आह्वान किया ताकि सेवाओं की डिलीवरी आसान और तेज हो. केंद्रीय मंत्री ने स्व-सत्यापन, स्व-प्रमाणन और स्व-नियमन को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि अनुपालन प्रणाली नागरिकों की सत्यनिष्ठा पर भरोसा करके बनाई जाए.
08:56 PM IST